Tuesday, October 5, 2021

आई यू एफ (इंटरनेशनल यूनानी फोरम) ने किया सम्मान समारोह का आयोजन

 *आई यू एफ (इंटरनेशनल यूनानी फोरम) ने किया सम्मान समारोह का आयोजन।*



आई यू एफ IUF (इंटरनेशनल यूनानी फोरम)  एशिया चैप्टर की तरफ़ से एक सम्मान समारोह और यूनानी बुद्धजीवियों का पैनल डिसकशन का आयोजन लखनऊ  में सपना क्लार्क होटल में आयोजित किया गया ।

कार्यक्रम मुख्य रूप से AIMA औरंगाबाद से रत्ना अवार्ड 2021से सम्मानित  किए गए प्रदेश के डॉक्टर्स के सम्मान में और आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड उत्तर प्रदेश के इलेक्शन में बोर्ड में मेम्बर चयनीत डॉक्टर के सम्मान पर किया गया ।

कार्यक्रम में मुख्य अथिति  आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी बोर्ड उत्तर प्रदेश के रजिस्ट्रार श्री *डॉ अखिलेश कुमार वर्मा* जी ने किया।

उन्होंने कहा कि  अपने उत्तर प्रदेश से *AIMA रत्ना अवार्ड  औरंगाबाद*  सभी डॉक्टर्स को हम मुबारकबाद पेश करते है।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि *डॉ अनवर सईद देवबन्द* को आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड उत्तर प्रदेश के इलेक्शन में बोर्ड में मेम्बर चयनीत और AIMA रत्ना अवार्ड2021 मिलने पर सभी ने खुशी का इज़हार किया।

डॉ अनवर सईद ने बताया कि हम यूनानी पैथी के फलाह लिए हमेशा काम करते रहेंगे और उन्होंने ने कहा जल्द ही हम  जामिया कॉलेज देवबन्द में आयुवेर्दिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति को मिला कर कॉमन बीमारियों पर रिसर्च और तहक़ीक़ का काम शुरू करेंगे जिससे आम जन तक नेचुरल चिकित्सा पद्धति को पहुचाया जा सके।

AIMA रत्ना अवार्ड2021औरंगाबाद  से नवाजे गए *डॉ सलमान खालिद डायरेक्टर फहमीना हॉस्पिटल & फहमीना हर्बल्स लखनऊ* को सम्मानित किया गया 

डॉ सलमान खालिद ने कहा



कि युवाओं डॉक्टरों तक हम सभी को मोटिवेशनल सेमिनार  और इस तरह के पैनल डिस्कशन के जरिये रिसोर्सेज डेवेलपमेंट का काम किया जाना चाहिए।


आई यू एफ IUF (इंटरनेशनल यूनानी फोरम)  एशिया चैप्टर और रिलीफ हॉस्पिटल के डायरेक्टर *डॉ मुबश-शिर खान* को औरंगाबाद में AIMA रत्ना अवार्ड2021 से नवाज़े जाने पर  सम्मानित किया गया 


डॉ  मुबश-शिर खान ने इंटरनेशनल यूनानी फोरम का मक़सद और उद्देश्य पर प्रकाश डाला।


  इस मौके पर आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड उत्तर प्रदेश के इलेक्शन में बोर्ड में मेम्बर चयनीत होने पर डॉ सय्यद राशिद इक़बाल को भी सम्मानित किया गया।


इस मौके पर मुख्य रूप से डॉ अमीर जमाल डॉ ज़ुहैर कमाल किदवाई ,डॉ उस्मानी , डॉ मुख्तार अहमद, डॉ अब्दुल तव्वाब, डॉ सफवान किदवाई और डॉ एजाज़ अली क़ादरी आदि मौजूद रहे।


सभी मेहमान का आभार और शुक्रिया डॉ अब्दुलमुईद डायरेक्टर वी केअर हॉस्पिटल  ने किया।


कार्यक्रम का संचालन डॉ खुर्शीद रायनी और डॉ अयाज़ ने किया।

Sunday, September 12, 2021

Against the injustice done to Unani System of Medicine in NCISM NUMC's memorandum to the chairman and officers of AYUSH department*

 *Against the injustice done to Unani System of  Medicine in NCISM*


  *NUMC's memorandum to the chairman and officers of AYUSH department*





  

  An important meeting was held at Daryaganj, New Delhi under the aegis of All India Unani Medicine Congress(AIUTC).  In the meeting it was decided to form a National Unani Medical confederation and bring together leaders of all Unani organizations from different parts of the country to raise their voice against the injustice being done to Unani .


 A delegation led by Dr. S.M. H


ussain (President National health education society of India.

Mumbai) met NCISM President Vaidya Jayant Dev Pujari and raised his voice against the injustice done to Unani Medicine in NCISM (National Commission for Indian System of Medicine).


A memorandum was also given to Especially Vedia Rajesh Kotecha (Secretary, Ministry of AYUSH), 

Prof.  Aseem Ali Khan (Unani  Adviser, Ministry of AYUSH) and

 Dr. Mukhtar Qasmi (Joint Adviser). 


 After the submission of the memorandum, it was decided in the NUMC meeting that a copy of the memorandum may also be sent to the President of the Republic of India , the Chief Justice of India, And the Prime Minister of India.  

The delegation included 

Dr. Mushtaq Mukadam (Pune), 

Dr. S.M.  Yaqub (Nagpur) National Secretary AIUTC,

Dr. Mujeeb-ur-Rehman (AIUTC_Kolkata),

 Dr. Anwar Saeed (Deoband) and

 Dr. Ejaz Ali Qadri (Lucknow).  

The memorandum demanded that Unani medicine should be included with Ayurveda in the existing NCISM in the same way as Unani medicine was included with Ayurveda in CCIM or a separate board should be constituted for Unani medicine.  

The memorandum states that the bias towards Unani medicine over the years is not entirely correct.  The Department of AYUSH, Government of India should pay special attention to our demands and provide opportunities for the development of *UNANI* along with Other Indian medicine.


  



Dr. SM  Yaqub

  National Secretary,

 All India Unani Tibbi Congress.(AIUTC)

  Mobile: 9454168904

9589773311

E-mail:- aiutcyw@gmail.com

Monday, July 19, 2021

यूनानी चिकित्सक और उनके अधिकार:- डॉ एस एम हुसैन

 *यूनानी चिकित्सक और उनके अधिकार:- डॉ एस एम हुसैन*


लखनऊ ।


आल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस युथ विंग की तरफ़ से लखनऊ के बालागंज रौनक प्लाजा में एक प्रोग्राम शीर्षक यूनानी डाक्टर्स और उनके अधिकार और विशेषअधिकारों पर एक टॉक शो का आयोजन किया गया । 



जिसकी अध्यक्षता डॉ निहाल ने की ।और जिसमे मुख्य मेहमान के रूप में डॉ सलमान खालिद और डॉ खान मुबशशिर ने किया।


इस प्रोग्राम में वक्ता( स्पीकर) के रूप में *डॉक्टर *एस एम हुसैन*  सेक्रेटरी जनरल *ग्लोबल यूनानी मेडिसिन फाउंडेशन शिकागो यू एस ए(USA)* ने बताया कि कोई यूनानी डॉक्टर अगर एलोपैथी प्रैक्टिस करना चाहता है तो उसको वहा की स्टेट गवर्मेन्ट उनको परमिशन देती है 

आपने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के एक ऑर्डर 1998 में डिसिशन दिया है कि अगर कोई आयुर्वेदिक या यूनानी डॉक्टर एलोपैथी प्रैक्टिस करना चाहता है तो उसके लिए  स्टेट गवर्मेन्ट अगर चाहे तो उसको ये अधिकार दे सकती है

जैसे कि गवर्मेन्ट ऑफ महाराष्ट्र ने अपने स्टेट में ये परमिशन दिया है।

आपने बातया की एक यूनानी डॉक्टर को एलोपैथी प्रैक्टिस करना उसका राइट नही है बल्कि प्रिविलेज है।




यह प्रोग्राम को ऑनलाइन  भी किया गया जिसमें जुड़े हुए डिक्टरों के सवालों के जवाब भी दिये गए।


इस मौके पर डॉ सऊद अहमद डॉ मोहम्मद सादिक डॉ सामर्थ मिश्रा डॉ आरिफ खान उपस्थित रहे

और

प्रोग्राम के कन्वेनर डॉ फुरकान रज़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया ।

Saturday, July 3, 2021

उच्च रक्तचाप यानी साइलेंट किलर राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर खास

 *उच्च रक्तचाप यानी साइलेंट किलर*

राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर खास 


1 जुलाई  यानी  राष्ट्रीय डॉक्टर डे  

 यह खास दिन डॉक्टरों के महत्वपूर्ण योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है. भारत में हर साल 1 जुलाई को महान चिकित्सक डॉ बिधान चंद्र रॉय और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री की जयंती और पुण्यतिथि के सम्मान में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor's Day ) मनाया जाता है । इसी विशेष दिन पर आज हम हाई ब्लड प्रेशर कैसे और किस तरह से नुकसान पहुंचाता है. 

आइए जानते हैं  


*बलरामपुर हॉस्पिटल लखनऊ*  में कार्यरत *डॉक्टर  मोहम्मद युसूफ अंसारी  कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्* का सुझाव 



आज की इस मॉडर्न लाइफस्टाइल और  हाइब्रिड जीवन शैली में कम उम्र में लोग कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। ब्लड प्रेशर भी एक ऐसी ही स्थिति है जिसका बढ़ना और घटना दोनों खतरनाक है।

आमतौर पर लोग रक्तचाप को लेकर अधिक गंभीरता नहीं दिखाते हैं, पर कोई भी परेशानी होने पर डॉक्टर्स सबसे पहले ब्लड प्रेशर ही जांचते हैं। इससे साफ पता चलता है कि बीपी लेवल काबू में रहना कितना आवश्यक है।

ब्लड प्रेशर की बीमारी इतनी खतरनाक बन चुकी है कि इसे साइलेंट किलर भी कहा जाने लगा है।


क्योंकि यह बीमारी बिना कोई लक्षण दिखाए, धीरे-धीरे आपके अंदर गंभीर बीमारियों को बढ़ावा देने लगता है


आर्टिरियल टेंशन जिसे आम भाषा में ब्लड प्रेशर यानी नसों में खून द्वारा डाला गया प्रेशर कहा जाता है, इस को  आमतौर पर लोग ज्यादा अहमियत नहीं देते हैं। लेकिन इसका बढ़ना कई बीमारियों को बुलावा दे सकता है। ऐसे में रक्तचाप का स्तर जांच करवाते रहना जरूरी है।

बता दें कि सामान्य ब्लड प्रेशर (Normal BP Reading) 120/80 mm Hg को माना जाता है। स्लैश के ऊपर वाले अंकों को सिस्टॉलिक ब्लड प्रेशर और निचले हिस्से को डायस्टॉलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं।

रक्तचाप का स्तर 140/90 होने पर माना जाता है कि व्यक्ति का ब्लड प्रेशर हाई है। और, 180/110 को  गंभीर हाइपरटेंशन माना जाता हे ।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन हाई ब्लड प्रेशर को 130/80 या उससे अधिक मानता है।


*उच्च ब्लड प्रेशर लेवेल का सामान्य  होना क्यों जरूरी है*


जो लोग हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित होते हैं, उनके हृदय को दूसरे जरूरी अंगों तक खून पहुंचाने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है अगर दिल पर  लंबे समय तक दबाव अधिक बना रहेगा तो इससे शरीर पर बुरा असर पड़ेगा। हाइपरटेंशन हृदय रोग व किडनी फेलियर, स्ट्रोक, हार्ट अटैक के खतरा बढ़ाता है। गंभीर मामलों में इसके कारण मरीज की मौत भी हो सकती है।

  डॉक्टर अंसारी साहब के स्टूडेंट डॉ एजाज़ अली बताते है कि हाइपरटेंशन पुरुषों और महिलाओं में एक बड़ी समस्या है. साल 2017 में नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक, हर आठ भारतीयों में से एक को हाइपरटेंशन की समस्या है. यानी भारत की 20 करोड़ आबादी हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से ग्रसित है.

और नेशनल  इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन से पता चलता है कि 19 प्रतिशत युवा वयस्कों में उच्च रक्तचाप होता है । इसीलिए  भारत में उम्र से पहले होने वाली मौतों में हाई ब्लड प्रेशर भी एक बहुत बड़ा कारण है. 



*कैसे काबू करें रक्तचाप:*

डॉ अन्सारी का कहना है कि हाइपरटेंशन के खतरे को कम करने के लिए लोगों को अपने सोडियम की खुराक पर लगाम लगाना चाहिए। इसके मुताबिक लोगों को दिन भर में 1500 mg सोडियम से ज्यादा नहीं खाना चाहिए। क्योंकि रक्तचाप नियंत्रित तभी रहेगा जब शरीर में सोडियम और पोटैशियम का अनुपात संतुलित होगा।


डैश डाइट (DASH diet: Dietary Approach to Stop Hypertension) का पालन  करें जिसमें फल, सब्जी और बिना या कम फैट वाली चीजों के खाने को बताया गया है।

अगर आप का वजन ज़्यादा है तो वजन वजन घटाएं,

मेडिटेशन करे , एरोबिक एक्सरसाइज करे

अल्कोहल का सेवन और स्मोकिंग* कम करें.

Friday, May 3, 2019

यूनानी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों का विदाई समारोह संपन्न


*यूनानी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों का विदाई समारोह संपन्न*



देवास। 

हकीम अब्दुल यूनानी मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल नियर  मीठा तालाब में विदाई समारोह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में डॉ. वसीकुर्रहमान गजधर एवं डॉ अंजुम गजधर थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डायरेक्टर डॉ. जियाउररहमान ने की ।
कार्यक्रम का प्रारंभ जूनियर छा़त्रों द्वारा सीनियर छात्रों को बेच लगाकर किया गया।
इस अवसर पर अतिथियों ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बधाई दी।
अध्यक्षता कर रहे डायरेक्टर डॉ. जियाउररहमान ने छात्रों को सफलता के पथ पर अग्रसर रहते हुए आत्मविश्वास से परिपूर्ण होकर आने वाली हर बाधा को दूर कर अपने लक्ष्य को पाने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर सभी सीनियर छात्रों को अतिथियों एवं शिक्षकों द्वारा डॉ. सऊद , डॉ. हस्सान, डॉ. फरहत, डॉ. सरमीन शेख, डॉ. शाहिद, डॉ. शादाब एहमद, डॉ. अरमीन कुरेशी, डॉ.आतिफ, डॉ. कासिफ  डॉक्टर इश्तियाक, डॉ तौहीद, डॉ शाहिद सिद्दीकी, डॉ दानिश लोदी डॉ शादीक, डॉ आबिद, डॉ अनीश ,डॉ नईम, डॉ जावेद, डॉ शादाब आलम, डॉ उबैद, डॉ हीना बी डॉ राफा  फ़िरदौस, डॉ सदमा खान, डॉ आफरीन खान आदि को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
 इस अवसर पर शिक्षक डॉ युसुफ सर, डॉ हफीज सर, डॉ हसन सर, डॉ अशरफ सर डॉ कमर सर, डॉ एवं  जूनियर डॉ अजमल, डॉ हैदर, डॉ शाकिब,डॉ इदरीश, डॉ नदीम खान, डॉ अनश आमिर ख़ान डॉ रेशमा आदी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। 

यह प्रोग्राम आल इण्डिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस यूथ विंग M.P.की सहभगादारी से सम्पन्न हुआ
https://aiutcyouthwing.blogspot.com/?m=1

कार्यक्रम का संचालन डॉ. एजाज अली एवं डॉ. फलक नाज ने किया तथा आभार डॉ. मो. आरिफ ने किया


Sunday, April 21, 2019

डा0 सैयद अहमद खान का सम्मान, अब तक मिल चुके हैं 18 अवार्ड

 सैयद अहमद खान का जयपुर में सम्मान, अब तक मिल चुके हैं 18 अवार्ड

उर्दू डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन(राजस्थान) और पिंक सिटी यूथ फैडरेशन के संयुक्त तत्वावधान में आल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के महासचिव और उर्दू डेवलपमेंट आर्गेनाइलेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सैयद अहमद खान को सम्मानित किया गया। डा. खान को हाल ही हिप्पोक्रेटिक इंटरनेशनल अवार्ड और दिल्ली सरकार के माइनारिटी कमीशन की ओर से विशेष अवार्ड प्रदान किया गया था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के डीन प्रोफेसर गुलाम कुतुब चिश्ती ने की। चिश्ती ने बताया कि डा. खान ने जयपुर से पढ़ाई की और यही के राजपूताना यूनानी तिब्बी कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे। यहां से वे 1992 में भारत सरकार के केन्द्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद में रिसर्च असिस्टेंट के पद पर नियुक्त होकर दिल्ली चले गए। अभी वे यूनानी परिषद में साइंटिस्ट लेवल 4 के पद पर कार्यरत हैं।

उन्हें अब तक 18 सरकारी और गैरसरकारी अवार्ड मिल चुके हैं। वे दूरदर्शन और आकाशवाणी से प्रसारित यूनानी चिकित्सा कार्यक्रम में वर्षों से हिस्सा ले रहे हैं।
डा. सैयद अहमद खान अति व्यस्त होने के बावजूद जयपुर को कभी नहीं भूले। इस शहर को अपनी कर्मभूमि मानने वाले डा. सैयद अहमद खान इसी वजह से किसी न किसी बहाने जयपुर आते रहते हैं।


Sunday, February 24, 2019

एम्स की तरह यूनानी इन्स्टीट्यूट कायम करने की अपील

*एम्स की तरह यूनानी इन्स्टीट्यूट कायम करने की अपील*


       ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस यूथ विंग मध्य प्रदेश ने वर्तमान म,प,goverment से मध्य प्रदेश मे एम्स की तर्ज पर एक national Unani Medical institute and research centre कायम करने की अपील और यूनानी चिकित्सा पद्धति को बढावा देने की माँग की गई ।

ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस यूथ विंग म,प,के general secretary हकीम सय्यद  सलमान अली जाफरी ने यूनानी चिकित्सा पद्धति से ईलाज को सभी लोगों मे फायदा पहचाने के लिए all india institute of ayurvedic medicine की तरह   अपने राज्य मे भी All INDIA  institute of Unani Medicine.खोला जाए जिस से अपने  राज्य मे हिन्दुस्तानी तरीके ईलाज को बढ़ावा दिया जा सके ।
   
 ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस  (यूथ विंगM.P.) के President डॉ,सऊद अहमद ने बताया की अपने देश के काई राज्यो मे बनने वाले नये एम्स में आयुष डिपार्टमेंट को शामिल करने पर खुशी प्रकट करते हुए बताया कि national institute of unani medicine Banglore की तरह हाल ही में महाराष्ट सरकार,उत्तर प्रदेश की सरकार ने गाज़ियाबाद,उत्तराखंड सरकार ने कलियर शारीफ़ में भी National institute of Unani medicine खोलने की घोषणा कर दी है ।
डॉ शाहिद ने बताया की हमारे गाँधी के ईस देश में आयुष चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल की एक परम्परागत प्रणाली है
जिसमे आयुर्वेद योगा और यूनानी चिकित्सा पद्धति से भी बेहतरीन ईलाज किया जा सकता है और यह एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है

ईस मौके पर सदस्य डॉ आमिर,डॉ आरिफ़ डॉ जुबैर भोपाली,डॉ आसिफ़ बहराइची आदि मौजूद थे
कार्यक्रम का संचालन डॉ शादाब ने किया,
https://youtu.be/teJlncC15iQ
भावदीए
डॉ आरिफ़
+91-9140429212

आई यू एफ (इंटरनेशनल यूनानी फोरम) ने किया सम्मान समारोह का आयोजन

 *आई यू एफ (इंटरनेशनल यूनानी फोरम) ने किया सम्मान समारोह का आयोजन।* आई यू एफ IUF (इंटरनेशनल यूनानी फोरम)  एशिया चैप्टर की तरफ़ से एक सम्मान स...